Wednesday, November 2, 2011

दिल्ली मे गाम देखल - सन्दर्भ मैथिली रंगमंच (रिपोर्ट सौजन्य पवन कान्त झा (काश्यप कमल ))

01 नवम्बर 2011 क छैठ पावनि के अवसर पर सीमापुरी, दिल्ली मे अजित झा द्वारा लिखित मैथिली नाटक 'हमरो हेतै विवाह' के अजित झा आ संतोष झाक सन्युक्त निर्देशन मे मंचन भेल। प्रस्तुति छल मिथिला नागरीक संस्था, सीमापुरीक ।
नव लेखक आ नव निर्देशक (द्व्य) दिल्लीक मैथिली रंगमंच मे अपन उपस्थिति दर्ज करेलाह.... एकटा वरिष्ठ रंगकर्मीक मूह स बहुत पहिने सुननए रही आ अपनो अनुभव कहैत अछि जे नाटक करब आ कन्यादान दुनू बराबरे छैक.... सेहो दिल्ली एहन शहर मे ...... एहन परिस्थिति मे युवक आ युवती सब आपस मे चन्दा क क आयोजन केलाह आ सफल मंचन सेहि भेलाह ।
हमर भाग्य जे हमरो अहि प्रस्तुतिक सहभागी बनक मौका भेटल....... नेप्थ्यय स काज करक ।
हठात जेना फेर स गाम पहुंच गेल हो ......... वाएह बांस बल्लाक अस्थायी मच. पर्दा, साउंड आ लाईटक आभाव, कलाकारक वाएह जोश...... सब किछु देखय मे आएल्.... जेना आई स 15 वर्ष पहिने (वा आईयो जखन गाम मे नाटक करैत छी) जतय स नाटकक जीवन शुरू केने रही... ओह....
मोन भेल जे ओतहि ठहरि जाई.... राति 10.30 मे नाटक शुरू भेल आ खतम भेल 2.30 मे..... फेर भोर मे घाट पर जाईक लेल सीमापुरी स विनोद नगर एलहु..........
नाटकक कलाकार के देख क लागल जे कला ठीके नैसर्गिक होइत छैक.... अजित, शिखा, संतोष जी, जितेन्द्र जी, नारयण जी क अभिनय एकोरती अप्रशिक्षित कलाकारक नहि लागल........
अस्तु, दिल्ली मे गाम देखल....... मोन मे भेल जे ठीके आब मा मैथिली प्रवासे मे आबि गेलीह कारण राजधानी मे कम स कम मैथिली रंगमंचक सब रूप देखना मे अबैत अछि............ आगु फेर कखनो......

 सौजन्य  पवन कान्त झा (काश्यप कमल )

 सौजन्य  पवन कान्त झा (काश्यप कमल )

 सौजन्य  पवन कान्त झा (काश्यप कमल )

 सौजन्य  पवन कान्त झा (काश्यप कमल )

 सौजन्य  पवन कान्त झा (काश्यप कमल )





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