-"उल्कामुख" विदेह नाट्य उत्सवमे मंचित हएत।
-"उल्कामुख"क नाटककार छथि गजेन्द्र ठाकुर।
-निर्देशक रहताह बेचन ठाकुर।
-जादू वास्तवितावादी ऐ नाटकमे इतिहासक एकटा षडयंत्रकेँ उघारल गेल अछि , मंच परिकल्पना अछि भरतक नाट्यशास्त्रक अनुसार।
-आचार्य व्याघ्र, आचार्य सिंह ऐ मे पात्र छथि।
-गंगेश आ वल्लभाक प्रेम ऐ नाटकक विषय अछि।
- गंगेशक तत्त्वचिन्तामणिपर ढेर रास टीका उपलब्ध अछि, गंगेशकेँ कहल जाइ छन्हि तत्वचितामणिकारक गंगेश; मुदा हुनकर कविता भऽ गेल छन्हि "उल्कामुख"!!!
-"उल्कामुख"क नाटककार छथि गजेन्द्र ठाकुर।
-निर्देशक रहताह बेचन ठाकुर।
-जादू वास्तवितावादी ऐ नाटकमे इतिहासक एकटा षडयंत्रकेँ उघारल गेल अछि , मंच परिकल्पना अछि भरतक नाट्यशास्त्रक अनुसार।
-आचार्य व्याघ्र, आचार्य सिंह ऐ मे पात्र छथि।
-गंगेश आ वल्लभाक प्रेम ऐ नाटकक विषय अछि।
- गंगेशक तत्त्वचिन्तामणिपर ढेर रास टीका उपलब्ध अछि, गंगेशकेँ कहल जाइ छन्हि तत्वचितामणिकारक गंगेश; मुदा हुनकर कविता भऽ गेल छन्हि "उल्कामुख"!!!
kahiya hoyat evam katay.
ReplyDeletekatay evam kahiya hoyat manchan.
ReplyDeleteविदेह द्वारा २०१२ क जनवरी-फरवरी मासमे पहिल“विदेह मैथिली नाट्य महोत्सव २०१२” आयोजित कएल जाएत।
ReplyDeleteनाट्य उत्सव कमसँ कम दू ठाम हएत: (1) चनौरागंज, झंझारपुर (जिला मधुबनी) (2) निर्मली (जिला सुपौल)
THE STAGE, MUSIC, FILM AND DRAMA IN MAITHILI AS PER NATYASHASTRA IS THE THEME OF FIRST VIDEHA DRAMA FESTIVAL 2012.
THE PARALLEL TRADITION OF MAITHILI DRAMA/ MUSIC/ ART/ CRAFT/ POTTERY/ FILMS WILL BE ARCHIVED AND AWARDED/ REWARDED.