आनंद कुमार झा
टाटाक मोल : काटर प्रथापर आधारित नाटक। गरीबनाथ आ सुमित्राक 'पुत्र कामनार्थ' पॉच गोट कन्या। पहिले बेटीक विवाहमे हुनकर बहुत
खेत बिका गेलनि। दोसर बेटीक कन्यादानक लेल मात्र बारह कट्ठा जमीन बॉचल छन्हि।
बेटी प्रभा कॉलेजमे पढ़ैत छथि, अपन बहिनक देओर प्रभाकरसँ
सिनेह करै छथि, छोट
मांगल-चांगल भाए महीस चरबैत छन्हि।
कलह : आकाश बेरोजगार छथि। विभाता सुमित्रा अपन पुत्र राजीव लेल ज्येष्ठ
पुत्रक संग यातना दैत छथि। एकटा
अबोध नेनाक जन्म भेल.....।
बदलैत समाज : एकटा ब्लड कैंसर पीड़ित घूरन जी अपन बीमार
पुत्रक विआह करा दैत छथि। हुनका ओना बूझल नहि छलनि जे पुत्र अवधेश ब्लड-कैंसरसँ
पीड़ित अछि। भजेन्द्र मुखियाक पुत्र अवधेशक मृत्युक भऽ गेलनि। अंतमे विधवा
शोभाक एकटा सच्चरित्र युवक वीजेन्द्रसँ पुर्नविवाहक कल्पना कएल गेल।
धधाइत नवकी कनियाॅक लहास : किछु गहनाक खातिर शिखाक आत्महत्याक
प्रयास।
हठात् परिवर्त्तन : देशभक्ति नाटक।
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