सेन्टर फॉर स्टडी ऑफ इण्डियन ट्रेडिशन्स- मैथिली साहित्यसँ ऐ संस्थाक की सरोकार
छै? विद्यापति सेवा संस्थान आ चेतना
समिति राजनैतिक संस्था अछि- पागबला संस्कृत आ अवहट्ठक विद्यापतिक सालाना
विद्यापति पर्व
करबाक अतिरिक्त एकर सभक की काज छै? ऑल इण्डिया मैथिली
साहित्य समितिक
पड़ोसीयोकेँ पता नै छै जे ई संस्था छैहो
बा नै, जयकान्त मिश्रक
मृत्युक बाद ऐ संस्थाक मान्यता बरकरार
किए छै, की जयकान्त मिश्रक मैथिली
लेल कएल अहसानक पारिश्रमिक हुनकर बेटी-जमाए लऽ रहल छथि। अखिल भारतीय
मैथिली साहित्य परिषद की अछि आ एम.बी.बी.एस. डॉक्टर, जिनका साहित्यसँ कोनो
सरोकार नै छन्हि, किए वोटक अधिकार
लेल ऐ मुइल संस्थाक पता अपन नामसँ दै लेल तैयार भेल छथि। मिथिला सांस्कृतिक परिषद तँ विद्यापतिकेँ पागबला
फोटो पहिरा
कऽ विद्यापतिक नै मैथिलीक यज्ञोपवीत संस्कार करबाक दोषी
अछिये। तँ की ई मैथिल ब्राह्मणक खाँटी संस्था
सभ मैथिलीकेँ मैथिल ब्राह्मणक भाषा बनबै
लेल (साहित्य अकादेमी दिल्लीमे) मात्र वोट आ कब्जाक राजनीतिक अन्तर्गत साहित्य अकादेमीक मैथिली कन्वीनर चुनबाक लेल संस्थाक रूपमे
काज कऽ रहल अछि, आ तेँ अस्तित्वमे अछि?
की मैथिली मात्र मैथिल ब्राह्मणक भाषा अछि?
साहित्य अकादेमी, दिल्लीक पुरस्कारक बँटवारा
(!!!) देखी तँ उत्तर की अछि?
(कुल बँटवारा ४३ बेर- २०११ धरि)
मैथिल ब्राह्मण -३६ बेर!!
कायस्थ-५ बेर
राजपूत-२ बेर
गएर सवर्ण- 0000 बेर!!!!
१९६६- यशोधर झा (मिथिला
वैभव, दर्शन)
मैथिल ब्राह्मण
१९६८- यात्री (पत्रहीन नग्न
गाछ, पद्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९६९- उपेन्द्रनाथ झा “व्यास” (दू पत्र, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९७०- काशीकान्त मिश्र “मधुप” (राधा विरह, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७१- सुरेन्द्र झा “सुमन” (पयस्विनी, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७३- ब्रजकिशोर वर्मा “मणिपद्म” (नैका बनिजारा, उपन्यास) कर्ण कायस्थ
१९७५- गिरीन्द्र मोहन मिश्र
(किछु देखल किछु सुनल, संस्मरण)
मैथिल ब्राह्मण
१९७६- वैद्यनाथ मल्लिक “विधु” (सीतायन, महाकाव्य) कर्ण कायस्थ
१९७७- राजेश्वर झा (अवहट्ठ:
उद्भव ओ विकास, समालोचना)
मैथिल ब्राह्मण
१९७८- उपेन्द्र ठाकुर “मोहन” (बाजि उठल मुरली, पद्य) मैथिल ब्राह्मण
१९७९- तन्त्रनाथ झा (कृष्ण
चरित, महाकाव्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९८०- सुधांशु शेखर चौधरी
(ई बतहा संसार, उपन्यास)
मैथिल ब्राह्मण
१९८१- मार्कण्डेय प्रवासी
(अगस्त्यायिनी, महाकाव्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९८२- लिली रे (मरीचिका, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९८३- चन्द्रनाथ मिश्र “अमर” (मैथिली पत्रकारिताक इतिहास)
मैथिल ब्राह्मण
१९८४- आरसी प्रसाद सिंह
(सूर्यमुखी, पद्य)
गएर ब्राह्मण- राजपूत
१९८५- हरिमोहन झा (जीवन
यात्रा, आत्मकथा)
मैथिल ब्राह्मण
१९८६- सुभद्र झा (नातिक
पत्रक उत्तर, निबन्ध)
मैथिल ब्राह्मण
१९८७- उमानाथ झा (अतीत, कथा) मैथिल ब्राह्मण
१९८८- मायानन्द मिश्र (मंत्रपुत्र, उपन्यास) मैथिल ब्राह्मण
१९८९- काञ्चीनाथ झा “किरण” (पराशर, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
१९९०- प्रभास कुमार चौधरी
(प्रभासक कथा, कथा)
मैथिल ब्राह्मण
१९९१- रामदेव झा (पसिझैत
पाथर, एकांकी)
मैथिल ब्राह्मण
१९९२- भीमनाथ झा (विविधा, निबन्ध) मैथिल ब्राह्मण
१९९३- गोविन्द झा (सामाक
पौती, कथा)
मैथिल ब्राह्मण
१९९४- गंगेश गुंजन
(उचितवक्ता, कथा)
मैथिल ब्राह्मण
१९९५- जयमन्त मिश्र (कविता
कुसुमांजलि, पद्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९९६- राजमोहन झा (आइ
काल्हि परसू, कथा
संग्रह) मैथिल ब्राह्मण
१९९७- कीर्ति नारायण मिश्र
(ध्वस्त होइत शान्तिस्तूप, पद्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९९८- जीवकान्त (तकै अछि
चिड़ै, पद्य)
मैथिल ब्राह्मण
१९९९- साकेतानन्द (गणनायक, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२०००- रमानन्द रेणु (कतेक
रास बात, पद्य)कर्ण
कायस्थ
२००१- बबुआजी झा “अज्ञात” (प्रतिज्ञा पाण्डव, महाकाव्य) मैथिल ब्राह्मण
२००२- सोमदेव (सहस्रमुखी
चौक पर, पद्य)
कायस्थ
२००३- नीरजा रेणु (ऋतम्भरा, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२००४- चन्द्रभानु सिंह
(शकुन्तला, महाकाव्य)
गएर ब्राह्मण- राजपूत
२००५- विवेकानन्द ठाकुर
(चानन घन गछिया, पद्य)
मैथिल ब्राह्मण
२००६- विभूति आनन्द (काठ, कथा) मैथिल ब्राह्मण
२००७- प्रदीप बिहारी
(सरोकार, कथा)कर्ण
कायस्थ
२००८- मत्रेश्वर झा (कतेक
डारि पर, आत्मकथा)
मैथिल ब्राह्मण
२००९- स्व.मनमोहन झा
(गंगापुत्र, कथासंग्रह)
मैथिल ब्राह्मण
२०१०-श्रीमति उषाकिरण खान
(भामती, उपन्यास)
मैथिल ब्राह्मण
२०११- श्री उदयचन्द्र झा
"विनोद" (अपक्ष, कविता
संग्रह) मैथिल ब्राह्मण
की मैथिली मात्र मैथिल
ब्राह्मणक भाषा अछि?
साहित्य अकादेमी, दिल्लीक पुरस्कारक बँटवारा
(!!!) देखी तँ उत्तर की अछि?
(कुल बँटवारा ४३ बेर- २०११ धरि)
मैथिल ब्राह्मण -३६ बेर!!
कायस्थ-५ बेर
राजपूत-२ बेर
गएर सवर्ण- 0000 बेर!!!!
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