बिहार सरकार कला-संस्कृति आ युवा विभागक लोकोत्सव १०-१५ जून २०१२ धरि सम्पन्न भेल। प्रेमचन्द रंगशाला, राजेन्द्र नगर पटनामे संध्या ०६.३० बजेसँ १० जूनकेँ हिरनी-बिरनी, ११ जूनकेँ राजा सलहेस, १२ जूनकेँ सती बिहुला, १३ जूनकेँ रेश्मा चूहड़मल, १४ जूनकेँ दीना भदरी आ १५ जून २०१२ केँ बहुरा गोढ़िन लोकगाथाक मंचन लोक-नाट्य मण्डली सभ द्वारा भेल।
एतए ई तथ्य ज्ञातव्य जे ई सभ लोकगाथा मिथिलासँ सम्बन्धित अछि आ विदेह द्वारा आयोजित अभिनय-पाठशाला-सह-वर्कशॉपमे हिरनी-बिरनी छोड़ि ऐ सभ लोकगाथाक अभिनय भेल छल आ चित्रकथा रूपमे एकर सभक प्रस्तुतीकरण भेल छल।
मिथिलांचलक नट समाजमे प्रचलित हिरनी-बिरनीक प्रस्तुति करंट लालक टीम केलन्हि।
मिथिलांचलक दूधवंशी समाजमे प्रचलित राजा सलहेसक प्रस्तुति विष्णुदेव पासवान, विन्देश्वर पासवान, रामदेव राम आ टीम केलन्हि।
मिथिलांचलक सती बिहुलाक प्रस्तुति शिवचन्द्र पासवान शिवजी आ टीम केलन्हि।
मिथिलांचलक रेशमा चूहड़मलक प्रस्तुति बेली राय आ टीम केलन्हि।
मिथिलांचलक मुसहर समाजमे प्रचलित दीना भदरीक प्रस्तुति राजो सदा, सुरेश सदा, राजेन्द्र सदा, जगदीश सदा, छोटेलाल सदा, निर्मल सदा केलन्हि आ संगीत अनिल सदा देलन्हि।
मिथिलांचलमे प्रचलित बहुरा गोढ़िनक प्रस्तुति पवन सिंह पासवान आ टीम केलन्हि।
एकर अतिरिक्त राष्ट्रीय सबऑल्टर्न कला प्रदर्शनी, राष्ट्रीय परिसम्वाद आ भित्तिचित्र कार्यशाला सेहो आयोजित भेल।
(चित्र साभार दैनिक जागरण, हिन्दुस्तान)
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बहुरा गोढ़िन |
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दीना भदरी |
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हिरनी-बिरनी |
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राजा सलहेस |
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रेशमा चौहरमल |
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सती बिहुला |
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सती बिहुला |
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