झूमि उठल जनकपुरवासी
युवा नाट्यकला परिषद परवाहा देउरी
बिक्रमी शम्वत २०६९क पूर्व सन्ध्यामे अन्तरराष्ट्रिय मैथिली नाटक महोत्सव आयोजन कएलक जकर उदघाटन गणतन्त्र
नेपालक पहिल राष्ट्रपति डा.रामवरण यादव कएलनि। महोत्सवमे नेपाल आ भारतक आठ गोट
नाट्य समूह सहभागी भेल।
चारि दिवसीय महोत्सवक समापन तथा नयाँ वर्ष २०६९क स्वागतमे मिथिला नाट्य कला परिषद एवं रामानन्द युवा क्लवक
कलाकार लोकनि रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सेहो आयोजन कएने छल जइमे मिनाप अध्यक्ष सुनिल मल्लिक, नेहा, ललित कामत, संगीता देव, नवीन मिश्र आदि गायक गायिका-लोकनि अपन स्वरक
जादूसँ दर्शककेँ मन्त्रमुग्ध कऽ
देने छल।
महोत्सवक अन्तिम दिन मिथिला अनुभूति
दरभंगा श्याम भास्कर लिखित तथा निर्देशित ‘हमर
गाम’ नामक नाटक मञ्चन कएने छल तँ
रामानन्द युवा क्लव अवधेश पोख्रेल लिखित तथा पि.
चन्द्रशेखर आ बिएन पटेल निर्देशित ‘मर्जीवा’ नाटक मञ्चन कएने छल। दुनू नाटकमे समाजक भहरैत सामाजिक मूल्यक मान्यता आ धनक पाछाँ अपस्याँत लोकक कथा वर्णित छल।
महोत्सवक तेसर दिन अर्थात वृहस्तपति
दिन मञ्चित दू नाटकमे मिथिलाक दूगोट लोकनायकक कथा वर्णित छल। बिराट मैथिली नाट्यकला परिषद
विराटनगरद्वारा प्रदर्शित ‘महाकंजुस’ नामक नाटकमे मिथिलाक लोकनायक गोनू झाक बहुचर्चित हास्य कथा वर्णित छल। ऐ
नाटकक संकलन आ निर्देशन युवा प्रतिभावान नाटककार रामभजन कामत
छलाह तँ चेतना अभियान जनकपुर द्वारा मञ्चित ‘भैया अएलै अपन सोराज’ मे मुसहर जातिक लोक नायक
दीना आ भद्रीक कथा वर्णित छल। नाटककार रामभरोस कापड़ि लिखित
तथा सुनिल यादव निर्देशित ई नाटक ऐतिहासिक महत्वक छल।
दोसर दिन प्रतिविम्व नाट्य समूह अवधेश
पोख्रेल लिखित ‘कम्मो डार्लिंग’
क प्रदर्शन छल। महोत्सवक पहिल दिन भारत सहरसाक पंचकोशी नाट्य
समूह हरिमोहन झाक कथापर आधारित ‘पाँच पत्र’ आ मिथिला नाट्यकला परिषद जनकपुर रमेशरंजन झा लिखित तथा अनिलचन्द्र
मिश्र निर्देशित ‘बुधियार छौड़ा आ
राक्षस’ नामक नाटक मञ्चन कएने छल। मिनापक नाटक शिल्प आ
अभिनयक दृष्टिसँ बेजोड़ छल।
नाट्य महोत्सवके किछु तस्वीर सेहो
तस्वीर श्यामसुन्दर शशि,कान्तिपुर
तस्वीर श्यामसुन्दर शशि,कान्तिपुर |
तस्वीर श्यामसुन्दर शशि,कान्तिपुर |
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